मंगल ग्रह के उपाय और टोटके (Lal Kitab Remedies and Totke in Hindi)
अगर कुंडली में मंगल की स्थिति अच्छी ना हो जातक को एक सुयोग्य पंडित द्वारा इसका उपाय कराना चाहिए। कई जानकार मानते हैं कि मंगल ग्रह (Lal Kitab remedies for marriage) के उपाय करने से शादी में आ रही परेशानी को दूर हो जाती है। मंगल ग्रह के कुछ आसान उपाय निम्न हैं के लिए भी यह उपाय कारगर होते हैं लाल किताब के आसान उपायों या टोटकों का इस्तेमाल करना चाहिए, जो निम्न हैं:
* लाल किताब कुंडली (Lal Kitab Kundali in Hindi) में अगर मंगल प्रथम भाव में नीचा यानि उचित फल देने वाला ना हो तो ऐसे जातकों को ससुराल से कुत्ता नहीं लेना चाहिए। शरीर पर सोना धारण करना चाहिए।
* दूसरे भाव में मंगल ग्रह के उत्तम फल पाने के लिए भाइयों का सदा आदर करना चाहिए।
* तीसरे भाव में मंगल ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए और हमेशा सबसे प्यार से बात करना चाहिए।
* अगर चौथे भाव में बैठे मंगल के कारण आपको परेशानी हो रही है तो वटवृक्ष की जड़ में मीठा दूध चढ़ाएं। अपने पास सदैव चांदी रखें, अंधजनों या जिनकी एक आंख हो उनसे दूरी बनाएं रखें तथा चिड़ियों को दाना डालें।
* पंचम भाव में मंगल की पीड़ा शांत करने के लिए जातक को रात को सर के पास पानी रखकर सोएं और इस जल को सुबह पेड़ में डाल दें, पिता के नाम पर दूध का दान करें तथा पराई स्त्री से संबंध बनाने से बचें।
* छठे भाव में मंगल ग्रह के शुभ फल पाने के लिए जल, चांदी और तेल का दान दें, शनि को शांत करने के उपाय करें तथा पुत्र को कभी सोना न पहनाएं।
* लाल किताब के अनुसार सातवें भाव में अगर मंगल ग्रह से आपको हानि हो रही हो तो घर में ठोस चांदी रखें, तोता-मैना या कोई अन्य पक्षी ना पालें तथा जब भी बहन घर आए उसे मिठाई दें।
* आठवें भाव में मंगल ग्रह के अशुभ परिणामों को कम करने के लिए विधवा स्त्रियों की सेवा करें और गले में चांदी की चेन पहनें, तंदुरी मीठी रोटी कुत्ते को 40 या 45 दिन तक खिलाएं।
* नौवें भाव में मंगल ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए या इनके दुष्परिणामों से बचने के लिए भाभी की सेवा करें और बड़े भाई के साथ रहें तथा दूध, गुड़ और चावल का मंदिर में दान करें।
* दसवें भाव में मंगल ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए जमीन जायदाद और सोना-चांदी कभी ना बेचे, हिरण पाले, संतानहीन लोगों की मदद करें तथा ध्यान दें कि दूध कभी उबलकर ना गिरे।
* अगर लाल किताब कुंडली में मंगल 11वें भाव में है और जातक को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो पैतृक संपत्ति कभी ना बेचे, पहली संतान के जन्म पर कुत्ता पालें तथा घर में शहद रखें।
* लाल किताब ज्योतिषी और जानकार बारहवें भाव में बैठे मंगल ग्रह की पीड़ा या अशुभ फलों को कम करने के लिए अपने दिन की शुरूआत शहद के साथ करें, मीठा खाएं और दूसरों को भी खिलाएं तथा अतिथि सत्कार में पानी की जगह शरबत या दूध पिलाएं।
अगर कुंडली में मंगल की स्थिति अच्छी ना हो जातक को एक सुयोग्य पंडित द्वारा इसका उपाय कराना चाहिए। कई जानकार मानते हैं कि मंगल ग्रह (Lal Kitab remedies for marriage) के उपाय करने से शादी में आ रही परेशानी को दूर हो जाती है। मंगल ग्रह के कुछ आसान उपाय निम्न हैं के लिए भी यह उपाय कारगर होते हैं लाल किताब के आसान उपायों या टोटकों का इस्तेमाल करना चाहिए, जो निम्न हैं:
* लाल किताब कुंडली (Lal Kitab Kundali in Hindi) में अगर मंगल प्रथम भाव में नीचा यानि उचित फल देने वाला ना हो तो ऐसे जातकों को ससुराल से कुत्ता नहीं लेना चाहिए। शरीर पर सोना धारण करना चाहिए।
* दूसरे भाव में मंगल ग्रह के उत्तम फल पाने के लिए भाइयों का सदा आदर करना चाहिए।
* तीसरे भाव में मंगल ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए और हमेशा सबसे प्यार से बात करना चाहिए।
* अगर चौथे भाव में बैठे मंगल के कारण आपको परेशानी हो रही है तो वटवृक्ष की जड़ में मीठा दूध चढ़ाएं। अपने पास सदैव चांदी रखें, अंधजनों या जिनकी एक आंख हो उनसे दूरी बनाएं रखें तथा चिड़ियों को दाना डालें।
* पंचम भाव में मंगल की पीड़ा शांत करने के लिए जातक को रात को सर के पास पानी रखकर सोएं और इस जल को सुबह पेड़ में डाल दें, पिता के नाम पर दूध का दान करें तथा पराई स्त्री से संबंध बनाने से बचें।
* छठे भाव में मंगल ग्रह के शुभ फल पाने के लिए जल, चांदी और तेल का दान दें, शनि को शांत करने के उपाय करें तथा पुत्र को कभी सोना न पहनाएं।
* लाल किताब के अनुसार सातवें भाव में अगर मंगल ग्रह से आपको हानि हो रही हो तो घर में ठोस चांदी रखें, तोता-मैना या कोई अन्य पक्षी ना पालें तथा जब भी बहन घर आए उसे मिठाई दें।
* आठवें भाव में मंगल ग्रह के अशुभ परिणामों को कम करने के लिए विधवा स्त्रियों की सेवा करें और गले में चांदी की चेन पहनें, तंदुरी मीठी रोटी कुत्ते को 40 या 45 दिन तक खिलाएं।
* नौवें भाव में मंगल ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए या इनके दुष्परिणामों से बचने के लिए भाभी की सेवा करें और बड़े भाई के साथ रहें तथा दूध, गुड़ और चावल का मंदिर में दान करें।
* दसवें भाव में मंगल ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए जमीन जायदाद और सोना-चांदी कभी ना बेचे, हिरण पाले, संतानहीन लोगों की मदद करें तथा ध्यान दें कि दूध कभी उबलकर ना गिरे।
* अगर लाल किताब कुंडली में मंगल 11वें भाव में है और जातक को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो पैतृक संपत्ति कभी ना बेचे, पहली संतान के जन्म पर कुत्ता पालें तथा घर में शहद रखें।
* लाल किताब ज्योतिषी और जानकार बारहवें भाव में बैठे मंगल ग्रह की पीड़ा या अशुभ फलों को कम करने के लिए अपने दिन की शुरूआत शहद के साथ करें, मीठा खाएं और दूसरों को भी खिलाएं तथा अतिथि सत्कार में पानी की जगह शरबत या दूध पिलाएं।
नोट:
1. किसी भी उपाय को करने से पहले अपनी लाल किताब द्वारा निर्मित कुंडली का विश्लेषण अवश्य कराएं।
2.उपरोक्त उपाय मात्र संकेतक हैं इन्हें बिना जानकारी के इस्तेमाल करना विपरीत फल देने वाला भी हो सकता है।
1. किसी भी उपाय को करने से पहले अपनी लाल किताब द्वारा निर्मित कुंडली का विश्लेषण अवश्य कराएं।
2.उपरोक्त उपाय मात्र संकेतक हैं इन्हें बिना जानकारी के इस्तेमाल करना विपरीत फल देने वाला भी हो सकता है।
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