मार्केटिंग की आसान योजना
ऐसी मार्केटिंग योजना बनाएं जो लोगों पर खासा प्रभाव छोड़े। पढ़िए योजना बनाने के तरीके।
प्रोडक्ट बेचने के लिए अपने बज़ट का दस से बीस प्रतिशत ही मार्केटिंग पर खर्च करें।
मार्केटिंग के लिए एक साल की योजना बनाएं फिर इसमें हर महीने की योजना शामिल करें।
साल भर के लक्ष्य को लिखें - एक साल में तीन लक्ष्यों से ज़्यादा ना रखें। उदाहरण के तौर पर आप एक लक्ष्य पर जनवरी से अप्रैल तक ध्यान लगाएं, उसके बाद मई से अगस्त तक दूसरे लक्ष्य की ओर बढ़ें।
लक्ष्य को पाने की रुपरेखा बनाएं - यदि कोई फूल वाला कॉर्पोरेट व्यवसाय करना चाहता है तो उसे उन कंपनियों की लिस्ट बनानी होगी जिन पर वो ध्यान देना चाहता है। वो कंपनी के ख़ास लोगों से संपर्क कर सकता है और उसे बुके या पत्र भेज सकता है।
मार्केटिंग कैलेंडर तैयार करें
अपने मार्केटिंग के नतीजों को नियंत्रित रखें हमेशा नए ग्राहकों से पूछें कि आपके बारे में उन्हें कैसे पता चला। इससे आपको पता चलेगा कि कौन सी मार्केटिंग योजना ज़्यादा कारगर रही।
मार्केटिंग कैलेंडर तैयार करने के ज़रूरी नुस्खे क्या हैं?
काम करने की एक जगह तय करें। ये भी तय करें कि आप कहां खुद जाकर लोगों से मिलेंगे। व्यापार मेला, नेटवर्किंग लंच या डिनर और स्थानीय बाज़ार कुछ ऐसी जगह हैं । पता करें कि वो कब आयोजित हो रहे हैं। इस बात की जानकारी अपने कैलेंडर में डालें और फिर अपने प्रचार के सामान के साथ वहां जाएं।
अपने काम की समयसीमा तय करें
अपने मार्केटिंग प्लान के हिसाब से जो गतिविधियां आपने सोची हैं उन्हें पूरा करने के लिए समय सीमा (डेडलाईन) तय करें। उन समयसीमा को अपने कैलेंडर में दर्ज करें। अपनी समयसीमा के पीछे पड़े रहें और उसके लिए जरुरी कार्यों को पूरा करें ताकि पूरी सफलता मिले। यदि ग्राहकों के हाथ में आप अपना कार्ड बीस नवम्बर तक पहुंचाना चाहते हैं तो उसे प्रिंट करके डाक से भेजने तक की समयसीमा तय करें। अपने मेल कार्ड को नई जानकारियों,डिज़ाइन, प्रिंटिंग, हस्ताक्षर और स्टैंपिंग के साथ तैयार करें, फिर उसे भेजें। अच्छी तरह काम पूरा होने पर उसका जश्न मनाना नहीं भूलें ताकि खुद को और अपने स्टॉफ को समय पर लक्ष्य पूरा करने के लिए सम्मानित कर सकें।
ऐसी मार्केटिंग योजना बनाएं जो लोगों पर खासा प्रभाव छोड़े। पढ़िए योजना बनाने के तरीके।
प्रोडक्ट बेचने के लिए अपने बज़ट का दस से बीस प्रतिशत ही मार्केटिंग पर खर्च करें।
मार्केटिंग के लिए एक साल की योजना बनाएं फिर इसमें हर महीने की योजना शामिल करें।
साल भर के लक्ष्य को लिखें - एक साल में तीन लक्ष्यों से ज़्यादा ना रखें। उदाहरण के तौर पर आप एक लक्ष्य पर जनवरी से अप्रैल तक ध्यान लगाएं, उसके बाद मई से अगस्त तक दूसरे लक्ष्य की ओर बढ़ें।
लक्ष्य को पाने की रुपरेखा बनाएं - यदि कोई फूल वाला कॉर्पोरेट व्यवसाय करना चाहता है तो उसे उन कंपनियों की लिस्ट बनानी होगी जिन पर वो ध्यान देना चाहता है। वो कंपनी के ख़ास लोगों से संपर्क कर सकता है और उसे बुके या पत्र भेज सकता है।
मार्केटिंग कैलेंडर तैयार करें
अपने मार्केटिंग के नतीजों को नियंत्रित रखें हमेशा नए ग्राहकों से पूछें कि आपके बारे में उन्हें कैसे पता चला। इससे आपको पता चलेगा कि कौन सी मार्केटिंग योजना ज़्यादा कारगर रही।
मार्केटिंग कैलेंडर तैयार करने के ज़रूरी नुस्खे क्या हैं?
काम करने की एक जगह तय करें। ये भी तय करें कि आप कहां खुद जाकर लोगों से मिलेंगे। व्यापार मेला, नेटवर्किंग लंच या डिनर और स्थानीय बाज़ार कुछ ऐसी जगह हैं । पता करें कि वो कब आयोजित हो रहे हैं। इस बात की जानकारी अपने कैलेंडर में डालें और फिर अपने प्रचार के सामान के साथ वहां जाएं।
अपने काम की समयसीमा तय करें
अपने मार्केटिंग प्लान के हिसाब से जो गतिविधियां आपने सोची हैं उन्हें पूरा करने के लिए समय सीमा (डेडलाईन) तय करें। उन समयसीमा को अपने कैलेंडर में दर्ज करें। अपनी समयसीमा के पीछे पड़े रहें और उसके लिए जरुरी कार्यों को पूरा करें ताकि पूरी सफलता मिले। यदि ग्राहकों के हाथ में आप अपना कार्ड बीस नवम्बर तक पहुंचाना चाहते हैं तो उसे प्रिंट करके डाक से भेजने तक की समयसीमा तय करें। अपने मेल कार्ड को नई जानकारियों,डिज़ाइन, प्रिंटिंग, हस्ताक्षर और स्टैंपिंग के साथ तैयार करें, फिर उसे भेजें। अच्छी तरह काम पूरा होने पर उसका जश्न मनाना नहीं भूलें ताकि खुद को और अपने स्टॉफ को समय पर लक्ष्य पूरा करने के लिए सम्मानित कर सकें।
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