चंद्र ग्रहण में कैसे करें पूजा
आज चंद्रमा पर राहु-केतु का पूरा असर होने से ग्रहण योग बना हैं। चंद्रमा आज मीन राशि में केतु के साथ है और उस पर राहु की पूरी दृष्टि हैं। इस तरह चंद्रमा, राहु-केतु से पूरी तरह पीडि़त हो गया हैं। इसके अलावा आज सूर्य भी इन दोनों ग्रहों से पीडि़त हैं, क्योंकि सूर्य राहु के साथ कन्या राशि में हैं। आज हो रहा चंद्र ग्रहण मीन राशि पर हैं।
दिल्ली में यह चंद्र ग्रहण केवल कुछ मिनट के लिए ही दिखेगा। लेकिन इसका प्रभाव दोपहर २ बजे से ही शुरू हो जायेगा। साधको को परामर्श है कि दोपहर २. ३० से शाम ६. ३० अपने इष्ट के मंत्रो का जप करें। अपनेयदि आप माँ बगलामुखी की साधना करतें हैं तो माँ के कवच एवं बीज मंत्र का जप करें। यदि आप बीज मंत्र के अलावा किसी और मंत्र का जप करते है तो कवच के साथ उसी का जप करें। ग्रहण काल में जप करने से मंत्र जाग्रत हो जाता है।ग्रहण के समय किसी भी मूर्ति अथवा यन्त्र को हाथ ना लगाएं। इस दौरान पूजा करते हुए दीपक अथवा धुप ना जलाएं। इस दौरान भगवान को भोग भी नहीं लगाया जाता है। आपको केवल माला से मंत्र जप करना है। ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करने के बाद ही अपनी नियमित पूजा करें। यन्त्र को स्नान कराये एवं दीपक आदि जलाकर भोग लगाएं।
वृषभ- शिष्य एवं संतान की चिंता
मिथुन- जमीन, मकान, वाहन प्राप्ति, धन खर्च
कर्क- भाई-बहन से विवाद, व्यापार वृद्धि
सिंह- परिवार में क्लेश, चोरी का भय, धनलाभ
कन्या- दुर्घटना, स्वास्थ्य हानि, कष्ट
तुला- जीवनसाथी की चिंता, सामान्य
वृश्चिक- प्रगति में अवरोध, धन की चिंता
धनु- कार्यभार, नौकरी छूटने का भय, नवीन कार्य के योग
मकर- धार्मिक यात्रा, धनलाभ
कुंभ- दुर्घटना का भय, पुराने शत्रु से परेशानी
मीन- पत्नी से विवाद, साझेदारी में नुकसान होगा।
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