20 बातें कभी भी असफल नहीं होंगे चाणक्य
Quote 41: अपने से अधिक शक्तिशाली और समान बल वाले से शत्रुता न करे।
Quote 42: मंत्रणा को गुप्त रखने से ही कार्य सिद्ध होता है।
Quote 43: योग्य सहायकों के बिना निर्णय करना बड़ा कठिन होता है।
Quote 44: एक अकेला पहिया नहीं चला करता।
Quote 45: अविनीत स्वामी के होने से तो स्वामी का न होना अच्छा है।
Quote 46: जिसकी आत्मा संयमित होती है, वही आत्मविजयी होता है।
Quote 47: स्वभाव का अतिक्रमण अत्यंत कठिन है।
Quote 48: धूर्त व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए दूसरों की सेवा करते हैं।
Quote 49: कल की हज़ार कौड़ियों से आज की एक कौड़ी भली। अर्थात संतोष सबसे बड़ा धन है।
Quote 50: दुष्ट स्त्री बुद्धिमान व्यक्ति के शरीर को भी निर्बल बना देती है।
Quote 42: मंत्रणा को गुप्त रखने से ही कार्य सिद्ध होता है।
Quote 43: योग्य सहायकों के बिना निर्णय करना बड़ा कठिन होता है।
Quote 44: एक अकेला पहिया नहीं चला करता।
Quote 45: अविनीत स्वामी के होने से तो स्वामी का न होना अच्छा है।
Quote 46: जिसकी आत्मा संयमित होती है, वही आत्मविजयी होता है।
Quote 47: स्वभाव का अतिक्रमण अत्यंत कठिन है।
Quote 48: धूर्त व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए दूसरों की सेवा करते हैं।
Quote 49: कल की हज़ार कौड़ियों से आज की एक कौड़ी भली। अर्थात संतोष सबसे बड़ा धन है।
Quote 50: दुष्ट स्त्री बुद्धिमान व्यक्ति के शरीर को भी निर्बल बना देती है।
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