चाणक्य नीति-सूत्र
Quote 141: अर्थ कार्य का आधार है।
Quote 142: धन होने पर अल्प प्रयत्न करने से कार्य पूर्ण हो जाते है।
Quote 143: उपाय से सभी कार्य पूर्ण हो जाते है। कोई कार्य कठिन नहीं रहता।
Quote 144: बिना उपाय के किए गए कार्य प्रयत्न करने पर भी बचाए नहीं जा सकते, नष्ट हो जाते है।
Quote 145: कार्य करने वाले के लिए उपाय सहायक होता है।
Quote 146: कार्य का स्वरुप निर्धारित हो जाने के बाद वह कार्य लक्ष्य बन जाता है।
Quote 147: अस्थिर मन वाले की सोच स्थिर नहीं रहती।
Quote 148: कार्य के मध्य में अति विलम्ब और आलस्य उचित नहीं है।
Quote 149: कार्य-सिद्धि के लिए हस्त-कौशल का उपयोग करना चाहिए।
Quote 150: भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी दुखदायी हो जाता है।
Quote 142: धन होने पर अल्प प्रयत्न करने से कार्य पूर्ण हो जाते है।
Quote 143: उपाय से सभी कार्य पूर्ण हो जाते है। कोई कार्य कठिन नहीं रहता।
Quote 144: बिना उपाय के किए गए कार्य प्रयत्न करने पर भी बचाए नहीं जा सकते, नष्ट हो जाते है।
Quote 145: कार्य करने वाले के लिए उपाय सहायक होता है।
Quote 146: कार्य का स्वरुप निर्धारित हो जाने के बाद वह कार्य लक्ष्य बन जाता है।
Quote 147: अस्थिर मन वाले की सोच स्थिर नहीं रहती।
Quote 148: कार्य के मध्य में अति विलम्ब और आलस्य उचित नहीं है।
Quote 149: कार्य-सिद्धि के लिए हस्त-कौशल का उपयोग करना चाहिए।
Quote 150: भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी दुखदायी हो जाता है।
0 comments: