Saturday, 4 April 2015
Home
» चन्द्रग्रहण
चन्द्रग्रहण
By flipkart
Posted at 00:45
No comments
जब हम जमीन पर खड़े होते हैं और सूरज कि रोशनी हमारी शारीर पर पड़ती है, तो जमीन पर हमें अपनी परछाई दिखती है l ठीक इसी प्रकार चन्द्रमा और पृथ्वी पर सूर्य के प्रकाश के पड़ने पर परछाइयां आकाश में बनती हैं l चुकि पृथ्वी और चन्द्रमा का आकार गोल है, इसलिए इसकी परछाइयां शंकु के आकार कि होती हैं l ये परछाइयां बहुत लम्बी होती हैं l जो पिण्ड सूरज से जितनी अधिक दुरी पर होगा, परछाइयां भी उतनी ही अधिक लम्बी होंगी l ग्रहण का अर्थ है , किसी पिण्ड के हिस्से पर परछाई पड़ने से कालापन (अंधेरा हो जाना) l
About flipkart
Nulla sagittis convallis arcu. Sed sed nunc. Curabitur consequat. Quisque metus enim, venenatis fermentum, mollis in, porta et, nibh. Duis vulputate elit in elit. Mauris dictum libero id justo.
View all posts by: flipkart
- . हिन्दी का प्रथम समाचार पत्र कौन सा है?
- बुध ग्रह को मजबूत करने के उपाय
- नोनी फल क्या हे जाने सेहत के लिए इसके क्या फायदे है
- शनि का प्रत्येक भाव के लिए उपाय
- सात पहाड़ियों का नगर
- 9 मूलांक, नामांक व् भाग्यांक का महत्व
- मंगल ग्रह के उपाय और टोटके
- नहीं रहेगा धन का अभाव, करें यह काम
- अंग फड़कने से शुकन अपशुकन
- शरीर के विभिन्न अंगों पर पाए जाने वाले तिलों का सामान्य फल इस प्रकार है।
0 comments: